उच्च विचार और सद् व्यवहार वाला ही इस जग में महान है |

प्रसन्नता ही जीवन का सबसे बड़ा खजाना है |

अपने विचारों को चन्दन के समान खुशबूदार बनाओं | जीवन में निखार इसी से आता है |

जहाँ चाह है वहाँ राह मिल ही जाती है |

वाणी द्वारा शिक्षा देने के बजाय श्रेष्ठ कर्म द्वारा शिक्षा देना ही योग्य शिक्षक बनाता है |

 अपवित्रता परधर्म है, पवित्रता स्वधर्म है, इसलिए स्वधर्म को धारण करों |

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 स्वतंत्र वही हो सकता है, जो अपना काम अपने आप कर लेता है |

मनुष्यों की महानता उसके कपड़ों से नहीं, बल्कि उसके चरित्र से आंकी जाती है |

जो मनुष्य अपने क्रोध को वश में कर लेता है, वह दूसरे के क्रोध से स्वयंमेव बच जाता है |

मनुष्य का सबसे बड़ा धन विद्द्या है |

 जो ज्यादा पूछता हैं वही ज्यादा सीखता हैं |

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